माँ है पेड
जो खुद को दबाकर
हम सबको उपर उठाती है |
पिता है तना
जो अपनी छाया देकर हमकों
सुकूं दिलाते हैं |
हम सब हैं शाखाएं
जो उन दोनों बिन अधूरे है |
उन दोनों के आशीर्वाद से
ये भाई - बहन का
रिश्ता भी बन पाया है |
ये प्यारी सी एक डोर है |
जिसमे भाई - बहन
दोनों एक - एक छोर हैं |
ये पावन , निर्मल रिश्ता है |
जो एहसास , विश्वास में पलता है |
जिसमे मान है , मुनहार है |
अपने सुख - दुःख को
साँझा करने कि एक आस है |
एक दूजे के लिए सम्मान है |
माँ - बाबा के साथ से इस का
आस्तिव बरकरार है |
क्युकी बचपन कि खुशबु को
पाने कि जो आस है ,
वो सबके एहसासों का
मिलाजुला संसार है |
जो भाई - बहन के प्यार ने
आज भी बखूबी आगे बढाया है |
इसीलिए राखी का त्यौहार
सबसे प्यारा कहलाया है |