मोहब्बत है तुझसे



मुझे तुमसे मोहब्बत है 
अब कैसे  तुझसे कहूँ मैं |
रात - दिन उसके ही 
ख्यालों में जीता हूँ 
ये कैसे तुझसे बयाँ करूँ मैं |
चाह कर भी तुझेको न पा पाउ
अब ये दर्द किससे कहूँ  मैं |
न जाने ये दिल का सफ़र 
क्यु एसा होता है |
जिसे  दिल चाहे वही क्यु 
सबसे दूर होता है |
जिसके दीदार को हर पल 
तडपती हैं निगाहें 
वही निगाहों से क्यु 
दूर होता है |
अब वो घड़ी आये न आये 
दिल को  हर पल 
उसका ही दीदार रहता है |
ना कहते ही उसे और ...
पास ले आता है |
मेरे कम उसके कितने 
पास होता है  ... |
कैसी होती है 
ये दिल की लगी ?
जितना भी बहलाओ 
उसके और करीब जाता है |
कितना भी दामन बचाओ  
उससे ही लिपटता जाता है |

देश की है ये पुकार

 एक टीस दिल में  उतर गया है अंदर,
देखी नहीं जाती यह बदहाली हमसे…
ऐ वक्त तू दिखा दे  -
जो भी तुझको  दिखाना है 
हम भी जिद्द पर  अड़े है कि  |
लड़ाई चलेगी लंबी न जाने कबतक ,
जो तुम सोचते हो कि -
खून देश का है ठंडा हो चूका 
ये तुम्हारी भूल है ...
फिर न खाना तुम एसा धोखा  ...
जो तुम समझते हो कि -
यहाँ अब न रहे लड़ने वाले  ,
तो हम बता दें तुम्हें कि -
हमारी अच्छाई हमारी कमजोरी नहीं -
लिए शोले दिल में हम घूमते हैं अब भी |
आग जलेगी तुम्हें खाक में मिलाने तक … ।
वतन को तोड़ने वालों की  साँसें 
हम चलने दें , हैं तभी तक ,
पर तुम्हें लगने लगा है कि तुम बन शासक 
हमें नेस्तनाबूत कर हो सकते |
खड़े हो रहे हैं देखो नौजवां हमारे ,
लड़ने को, तुम्हारी सत्ता हटाने तक… ।
क्या सोच तुम आए थे कि हिन्द का 
खून पानी-पानी है,
क्या तुम ने मान लिया कि अब यहाँ ...
इस देश में न रहा कोई सानी  है,
बहुत कर ली तुमने मनमानी 
ऐ वतन के दुश्मनों |
अब  बहुत वक्त गुज़र गया -
हिन्द ने अब ये ठानी है
इस बार करेंगे घमासान ,
तुम्हारा वजूद मिटाने तक … ।  

भ्रष्टाचार के खिलाफ आमरण अनशन

 

अन्ना हजारे जो 5 अप्रैल से जंतर - मंतर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त कानून  यानि ' जन लोकपाल बिल ' लागु करने की मांग के साथ आमरण अनशन पर बैठे हैं |
पिछली बार जब वो अनशन पर बैठे थे तब _________
1 महाराष्ट्र सरकार के छ: भ्रष्ट मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा |
2 400 भ्रष्ट अफसरों को नौकरी से निकलना पड़ा |
3 महाराष्ट्र में 2002 में सुचना का अधिकार अधिकार कानून लागु करना पड़ा |
4 2006 में केंद्र सरकार द्वारा सुचना का अधिकार कानून में संशोधन का प्रस्ताव वापस लेना पड़ा |
इस बार अन्ना जन लोकपाल बिल की मांग नहीं बल्कि हमारे बच्चों के भविष्य के लिए बैठे हैं |
                           जन लोकपाल बिल क्या है ?
        जस्टिस हेगड़े प्रशांत  भूषण और अरविन्द केजरीवाल द्वारा बनाया गया यह विधेयक लोगों के द्वारा बेब साइट पर दी गई प्रतिक्रिया और जनता के साथ विचार विमर्श के बाद तैयार किया गया है | इस बिल को शांति भूषण , जे . एम . लिंगदोह , किरण बेदी , अन्ना हजारे आदि का भरी समर्थन प्राप्त है | इस बिल की प्रति प्रधान - मंत्री एवं सभी राज्यों के  मुख्यमंत्रियों को १ दिसम्बर को भेजा गया था |
1   ---इस कानून के अंतर्गत , केंद्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्त का गठन होगा |
2 ----ये संस्था निर्वाचन आयोग और सुप्रीम कोर्ट की तरह सर्कार से स्वतंत्र होगी | कोई भी नेता या सरकारी अधिकारी या जांच की प्रक्रिया को प्रभावित नहीं कर पायेगा |
3 -----भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कई सालों तक मुकदमें लंबित नहीं रहेंगे | किसी भी मुकदमें की जांच या साल के भीतर पूरी होगी | ट्रायल एक साल में पूरा होगा और भ्रष्ट नेता , अधिकारी या जज को दो साल के भीतर जेल भेजा जाएगा | 
4-----अपराध सिद्ध होने पर भ्रष्टाचारियों के द्वारा सरकार को हुए घाटे को वसूल किया जाएगा |
5 ----- ये आम नागरिक की कैसी मदद करेगा ::: यदि किसी नागरिक का काम तय समय सीमा में नहीं होता , तो लोकपाल दोषी अफसर पर जुर्मना लगाएगा और वह जुर्मा शिकायतकर्ता को मुआवजे के तौर में मिलेगा |
6 -----अगर आपका राशन कार्ड , मतदान पहचानपत्र , पासपोर्ट आदि तय सीमा के भीतर नहीं बनता है या पुलिस आपकी शिकायत दर्ज नहीं करती तो आप इसकी शिकायत लोकपाल से कर सकतें हैं और उसे ये काम एक महीने के भीतर करना होगा | आप किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की शिकायत लोकपाल से कर सकते हैं जैसे सरकारी राशन की कालाबाजारी , सड़क बनाने में गुणवता की अनदेखी , पंचायत निधि का दुरूपयोग | लोकपाल को उसकी जांच एक साल के भीतर पूरी करनी  होगी  | 
7 ----- क्या सरकार भ्रष्ट  और कमजोर लोगों को लोकपाल का सदस्य नहीं बनाना चाहेगी ? ये मुमकिन नहीं क्युकी लोकपाल के सदस्यों का चयन जजों नागरिकों और संवेधानिक संस्थानों द्वारा किया जाएगा न की नेताओं द्वारा | इनकी नियुक्ति पारदर्शी तरीके से और जनता की भागीदारी से होगी |
8 ------अगर लोकपाल में काम करने वाले भ्रष्ट पाए गये तो ? लोकपाल \ लोकायुक्तों का कामकाज पूरी तरह पारदर्शी होगा | लोकपाल के किसी भी कर्मचारी के खिलाफ शिकायत आने पर उसकी जाँच अधिकतम दो महीने में पूरी कर उसे बर्खास्त कर दिया जाएगा | 
9 ----- मौजूदा भ्रष्टाचार निरोधक संस्थओं का क्या होगा ? सीवीसी , विजिलेंस विभाग , सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक विभाग  ( Anti Corruption Deptt ) का लोकपाल को किसी जज , नेता या अफसर के खिलाफ जाँच करने व् मुकदमा चलाने के लिए पूर्ण शक्ति और व्यवस्था भी होगी |
     

आईना

कयुं गुमसुम से रहते हो |
अपने आप में किसको रचते हो ?
कोई न देख पाएगा  उसे ...
फिर कयुं चेहरे से सब ब्यान करते हो |
चेहरा तो हर दिल का आइना है |
जो दिल न कहे ...
चेहरा ही तो वो  सब कहता है |
कितना बेवफा है ये खुद का चेहरा 
है तो मेरा... पर राजदार उसका है 
हम लाख छुपाये कुछ भी ...
पर आइना बन कर वो 
सब कुछ  ब्यान करता है |

रिश्ते


कभी इसकी कभी उसकी  
वजह से जुड़े रिश्ते |
गुमनामियों की गोंद से 
जुड़े हैं सारे रिश्ते |
नये आते नहीं निभाने वाले 
पुरानी बात पर अड़े रिश्ते |
सभी है जीतने पे आमादा 
सभी हारे जब लड़े रिश्ते |
भला हो उन यादों का ...
जो हर पल साथ चलते है 
जब परेशान हमको करें 
ये सारे  रिश्ते |
हर बात पर जो अड़े 
कैसे हैं वो रिश्ते |
मिलकर जो साथ चले 
वही तो  हैं प्यारे रिश्ते |
मतलब  की इस दुनिया में 
बहस पर ही टिके हैं सारे  रिश्ते |
तेरा - मेरा करते - करते ही 
खत्म हो जाते हैं सारे रिश्ते |
झूठे एहसास लिए जिए जा रहें है 
ये सारे रिश्ते |
अब कैसे जाने की कहाँ मिलतें हैं 
ये निस्वार्थ रिश्ते ?

जिंदगी एक प्रवाह

जिंदगी एक प्रवाह है 
हर पल बहने वाली 
न रुकी है 
न ही रुकेगी |
कभी दुखों की गठरी 
तो कभी खुशियों का पुलिंदा 
सबका अपना - अपना 
है नजरिया ...
न बदला है 
न बदलेगा 
ये एहसास हरपल  
एसा रहा है 
एसा ही रहेगा |
बाँधोगे ?
न बंधा है 
न बंधेगा |
हसीं ख्यालों में पलता है 
और पलता ही रहेगा |
इस प्रवाह को बहने दो 
जिओ और जीने दो |